जयपुर न्यूज डेस्क: राजस्थान कैबिनेट की बैठक में शनिवार को कई अहम फैसले लिए गए। सबसे बड़ा फैसला जयपुर में राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) बनाने का रहा, जिसे एम्स की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसमें सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं मिलेंगी और SMS अस्पताल का कैंसर संस्थान भी इसके दायरे में आएगा। मेडिकल के प्रमुख सचिव इसकी कमान संभालेंगे और फैकल्टी नियुक्तियों के लिए विशेष समिति बनेगी।
बैठक में यह भी तय हुआ कि प्रदेश में बनने वाले नए स्टेट एक्सप्रेस-वे पर टोल दरें कम होंगी। उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि नई नीति से एक्सप्रेस-वे तेजी से बनेंगे और जनता को कम टोल देना होगा। साथ ही, भूमि आवंटन नीति में भी बदलाव किया गया है ताकि सार्वजनिक कामों के लिए सरकारी जमीन का बेहतर उपयोग हो सके।
इसके अलावा, टोंक रोड पर 3500 करोड़ की लागत से वर्ल्ड क्लास कन्वेंशन सेंटर बनाने को भी मंजूरी दी गई है। इसमें 7000 लोगों की क्षमता वाला हॉल और दो होटल (एक फाइव स्टार, एक फोर स्टार) शामिल होंगे। यह प्रोजेक्ट भारत मंडपम बनाने वाली कंपनी को सौंपा गया है और 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है।
कैबिनेट ने सोलर पावर प्लांट, एयरो स्पोर्ट्स पॉलिसी और विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर भी मुहर लगाई। कंपनियों को शर्त रखी गई है कि सोलर प्रोजेक्ट में एक पेड़ काटने पर पांच पेड़ लगाने होंगे और स्थानीय स्तर पर CSR काम भी करना होगा। विजन डॉक्यूमेंट के तहत 2030 तक 30 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, बेकार पड़ी हवाई पट्टियों को एयरो स्पोर्ट्स के लिए लीज पर देने की योजना है।